फिरौन की लाश पर परिक्षण कर के डॉक्टर मौरिस बुकाय को कुरान की सत्यता पर विश्वास हुआ Firon Kaun Tha - Firaun History in Hindi.
मौरिस बुकाये (Maurice Bucaille French professor)
Firon Kaun Tha - Firaun History in Hindi
डॉ मौरिस बुकाय कौन थे? और फिरौन का वाक्या क्या है?
डॉ मौरिस बुकाय फ्रांस के सबसे बड़े डाक्टर थे, और उनका धर्म ईसाइयत था सन 1898 मे जब मिस्र मे लाल सागर के किनारे एक अति प्राचीन मानव शरीर मिला. जो आश्चर्यजनक रूप से हज़ारों साल गुजर जाने के बाद भी सुरक्षित था, सभी को इस मृत शरीर का रहस्य जानने की उत्सुकता रहती थी. इसीलिए इस शरीर को 1981 मे चिकित्सकीय खोज के लिए फ्रांस मंगवाया गया. और इस शरीर पर डाक्टर मौरिस ने परीक्षण किए Firon Kaun Tha - Firaun History in Hindi.
परीक्षणों से डाक्टर मौरिस ने निष्कर्ष निकाले कि जिस व्यक्ति की ये मृत देह है. उसकी मौत समुद्र मे डूबने के कारण हुई थी, क्योंकि डाक्टर मौरिस को उस मृत शरीर मे समुद्री नमक का कुछ भाग मिला था, साथ ही ये भी पता चला कि इस व्यक्ति को डूबने के कुछ ही समय बाद पानी से बाहर निकाल लिया गया था, लेकिन ये बात डाक्टर मौरिस के समक्ष अब भी एक पहेली थी. कि आखिर ये शरीर अपनी मौत के हजारो साल बाद भी सड़ गल कर नष्ट क्यों नहीं हुआ.
कुरआन फिरौन के बारे में:-
तभी उन्हें अपने एक सहकर्मी से पता चला, कि मुस्लिम लोग बिना जांच रिपोर्ट के सामने आए ही ये कह रहे हैं. कि ये व्यक्ति समुद्र मे डूब कर मरा था, और ये मृत देह उस फिरऔन की है; जिसने अल्लाह के नबी हजरत मूसा (अलैहि सलाम) और उनके अनुयायियों का कत्ले आम कराना चाहा था, क्योंकि फिरऔन की लाश के सदा सुरक्षित रहने, और उसके समुद्र मे डूब कर मरने की बात उनकी पवित्र पुस्तक कुरआन मे लिखी है. जिसपर वो विश्वास करते हैं.
डॉ मौरिस को ये सोचकर बहुत हैरत हुई. कि इस मृत देह के समुद्र मे डूब कर मरने की जिस बात का पता मैंने बड़ी बड़ी अत्याधुनिक मशीनों की सहायता से लगाया वो बात मुस्लिमों को पहले से कैसे मालूम चल गई ? और जबकि इस लाश के अपनी मृत्यु के हजारों साल बाद भी नष्ट न, होने का पता 1981से महज़ 83 साल पहले चला है, तो उनकी कुरान मे ये बात 1400 साल पहले कैसे लिख ली गई?
इस शरीर की मौत के हजारों साल बाद भी. इस शरीर के बचे रह जाने का कोई वैज्ञानिक कारण डाक्टर मौरिस या अन्य वैज्ञानिक जब पता न लगा सके. तो इसे ईश्वर के चमत्कार के अतिरिक्त और क्या माना जा सकता था?
बाइबल के आधार पर भी मृत देह के मिलने की लोकेशन, और चिकित्सकीय परीक्षण के आधार पर उस मृत शरीर की लगभग 3000 वर्ष की उम्र, होने के कारण मौरिस को ये विश्वास तो हो रहा था. कि ये शरीर फिरऔन का ही है, अत: डाक्टर ने फिरऔन के विषय मे अधिक जानने के लिए तौरात शरीफ (बाइबल : ओल्ड टेस्टामेण्ट) का अध्ययन करने का निर्णय किया, लेकिन तौरात मे उन्हें सिर्फ इतना लिखा हुआ मिला. कि फिरऔन और उसकी फौज समुद्र मे डूब गए. और उनमें से एक भी नहीं बचा. लेकिन फिरऔन की लाश का कहीं जिक्र तक न था.
मौरिस के ज़हन मे कई सवाल खटकते रहे, और आखिरकार वो इन सवालों के जवाब हासिल करने सऊदी अरब मे चल रही एक बड़ी मेडिकल सेमिनार मे हिस्सा लेने पहुंच गए, जहाँ उन्होंने फिरऔन की मृत देह के परीक्षण मे जो पाया वो बताया, उसी वक्त डाक्टर मौरिस की बात सुनकर एक मुस्लिम डाक्टर ने कुरान पाक खोलकर सूरह यूनुस की ये आयत पढ़कर सुना दी कि.
❝ इसलिए हम तेरे जिस्म को बचा लेंगे, ताकि तू अपने बाद वालों के लिए एक निशानी हो जाए ! बेशक बहुत से लोग हमारी निशानियों की तरफ से लापरवाह रहते हैं।❞
इस आयत का डाक्टर मौरिस बुकाय पर कुछ ऐसा असर पड़ा कि, उसी वक्त खड़े होकर उन्होने ये ऐलान कर दिया कि "मैने आज से इस्लाम कुबूल कर लिया, और इस पवित्र कुरान पर विश्वास कर लिया".
इसके बाद अपने वतन फ्रान्स वापस जाकर, कई साल तक डाक्टर मौरिस कुरान और साइंस पर रिसर्च करते रहे, और फिर उसके बाद कुरआन के साइंसी चमत्कारों के विषय मे ऐसी ऐसी किताबें लिखी. जिन्होंने दुनियाभर मे धूम मचा दी थी. THE QUR’AN AND MODERN SCIENCE
“अगर आपको भी लगता है के – ये बाते लोगों तक पोहोचनी चाहिये. तो इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेयर करे,. इंशाअल्लाह! हो सकता है के आपके शेयर करने से किसी गैरमुस्लिम को “कुरानो-सुन्नत” पर गौरो फ़िक्र करने की अल्लाह तौफीक दे दे. और ये उनके लिए हिदायत और आपके लिए सवाबे जारिया बन जाये, जजाकल्लाहू खैरन कसीरा !!!” Firon Kaun Tha - Firaun History in Hindi.
http://bucaillelegacy.com/Maurice%20and%20the%20Pharaoh%20&From%20Microcosm%20to%20Macrocosm%20Award.html
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The story of Maurice Bucaille’s inspiring conversion to Islam
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2 Comments
अस्सलामु अलैकुम मोहतरम जनाब !
जवाब देंहटाएंजब आप किसी इस्लामिक ब्लॉग से कोई कंटेंट उठाते हो तो आपका फ़र्ज़ बनता है उस ब्लॉग का रेफ़्रेन्स दे दो. इंशा अल्लाह ! यही चीज़ खयानत से आपको बचा लेगी।
https://ummat-e-nabi.com/dr-morris-bokay-journey-of-faith/
उमींद है अगली बार आप ईमानदारी से रेफ़्रेन्स ब्लॉग का लिंक भी मेंशन करेंगे।
जज़ाक अल्लाहु खैरन कसीरा।
Wa Alaikum As Salam...
हटाएंkhayanat :)
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